Amavasya Ki Raatri - Munshi Premchand - अमावस्या की रात्रि - मुंशी प्रेमचंद
Munshi Premchand
Narrator Munshi Premchand
Publisher: LOTUS PUBLICATION
Summary
Amavasya Ki Raatri - Munshi Premchand | अमावस्या की रात्रि - मुंशी प्रेमचंद बीमार पत्नी के इलाज पर खर्च करने के लिये धन के नाम पर अगर कुछ था तो सिर्फ़ हुंडियों का पुलिंदा, वैद्य ने भी बिना पैसे के इलाज करने से मना कर दिया।कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद कलम के जादूगर प्रेमचंद की कहानियाँ आज भी बड़े ही ध्यान और सम्मान के साथ सुनी जाती हैं। आज हम लेकर आए हैं प्रेमचंद की वो कहानियाँ जो उनके कथा संकलन ‘मान सरोवर’ से ली गई हैं। प्रेमचंद की कहानियाँ अपने समय की हस्ताक्षर हैं जिनमें आप तब के परिवेश और समाज को भी बखूबी समझ सकते हैं। यूं तो मुंशी जी ने अपनी कहानियाँ हिंदी में ही लिखी हैं फिर भी हमारा ये प्रयास है की उनकी कहानियाँ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे और इसलिए हमने उन्हें थोड़ी और सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। इन कहानियों को ख़ास आपके लिए तैयार किया है। तो आइए सुनते हैं प्रेमचंद की विश्व प्रसिद्ध कहानियाँ!
Duration: 29 minutes (00:28:42) Publishing date: 2022-01-25; Unabridged; Copyright Year: — Copyright Statment: —