¡Acompáñanos a viajar por el mundo de los libros!
Añadir este libro a la estantería
Grey
Escribe un nuevo comentario Default profile 50px
Grey
Suscríbete para leer el libro completo o lee las primeras páginas gratis.
All characters reduced
WHOSE IMAGE ARE YOU? - Showing you how to obtain real deliverance peace and progress in your life without unnecessary struggles - HINDI EDITION - School of the Holy Spirit Series 2 of 12 - cover

WHOSE IMAGE ARE YOU? - Showing you how to obtain real deliverance peace and progress in your life without unnecessary struggles - HINDI EDITION - School of the Holy Spirit Series 2 of 12

LaFAMCALL, Lambert Okafor

Editorial: Midas Touch GEMS

  • 0
  • 0
  • 0

Sinopsis

आप किसकी छवि हैं? आपको दिखा रहा है कि अनावश्यक संघर्षों के बिना, अपने जीवन में वास्तविक मुक्ति, शांति और प्रगति कैसे प्राप्त करें - नया अंग्रेजी संस्करण
​
प्रभु परमेश्वर चाहते हैं कि हम जानें कि यीशु के नाम और उनके रक्त से पूर्ण उपचार और मुक्ति है। परमेश्वर के लोगों के लिए महान शांति, आनंद, प्रगति, सफलता, पुनर्स्थापन है।
लेकिन इन दिनों हम जिस तरह से इन चीज़ों (उद्धार, प्रगति, आदि) की तलाश कर रहे हैं वह अब भगवान को प्रसन्न नहीं करता है। हमने ईसा मसीह में मौजूद सादगी को त्याग दिया है और उसकी जगह धर्म का भारी जूआ रख दिया है। निःशुल्क मुक्ति, जो मसीह के माध्यम से प्राप्त करना आसान है, अब उपलब्ध नहीं होती प्रतीत होती है। इसे एक अन्य प्रकार के उद्धार, धार्मिक उद्धार, से बदल दिया गया है, जो बहुत कठिन और महंगा है। लोग मुक्ति पाने के लिए इतना पैसा देते हैं, इतना उपवास करते हैं, खुद को इतना प्रताड़ित करते हैं। अंत में, उन्हें वास्तव में वितरित नहीं किया जाता है! उनकी समस्याएँ जस की तस बनी रहती हैं, या उससे भी बदतर हो जाती हैं।
इस पुस्तक का उद्देश्य हमें उन सभी धार्मिक संघर्षों और परेशानियों के बिना, जो मनुष्यों ने हम पर थोपे हैं, मसीह में पूर्ण मुक्ति प्राप्त करने के सरल और स्वतंत्र तरीके पर वापस लाना है।
जिन लोगों ने मसीह के सरल तरीकों को आजमाया है, जो इस पुस्तक में हैं, वे बहुत आश्चर्यचकित हैं कि भगवान कितनी जल्दी उनके जीवन में चीजों को फिर से सुंदर बना सकते हैं, बिना किसी अतिरिक्त लागत के, बिना संघर्ष के।
ईश्वर इस पुस्तक का उपयोग आपको पूर्ण मुक्ति और प्रगति के मार्ग पर लाने में मदद करने के लिए करें, जो उसने हमारे लिए मसीह यीशु में प्राप्त किया है।
लाफैमकॉल मंत्रालय
Disponible desde: 05/03/2024.

Otros libros que te pueden interesar

  • Ramayan S04E08 - cover

    Ramayan S04E08

    Sarang Bhakre

    • 0
    • 0
    • 0
    राज्य पाकर सुग्रीव अपने कर्तव्य और वचन दोनों भूल चुका हैं। उसका सारा समय अंत:पुर में बीतता हैं। सीता के शोध कार्य में होती देरी और आनाकानी देख राम का गुस्सा चढ़ता है, वह लक्ष्मण को सुग्रीव के पास संदेसा लेकर भेजता हैं।
    Ver libro
  • Ramkatha S01E17 - cover

    Ramkatha S01E17

    Sagar Shukla

    • 0
    • 0
    • 0
    लंका में हनुमानः सीता का पता तो चल गया था लेकिन उनतक पहुंचना और उन्हें राम का संदेश देना एक बड़ी समस्या थी. लंकर नगरी के रास्ते में एक विशालकाय समुन्द्र था, जिसे पार करना था. किसी में इतनी शक्ति नहीं थी कि वो ये समुन्द्र पार कर पाए. फिर वानर सेना में सबसे बुजुर्ग भालुओं के सेनापति, जामवन्त ने हनुमान को उनकी कहानी सुनाई और बताया कि वह वास्तव में कितने शाक्तिशाली हैं. क्या थी वो कहानी? हनुमान का जन्म क्यों हुआ? उनका नाम हनुमान क्यों पड़ा? आखिर क्या था उनके पराक्रमी होने का रहस्य?
    Ver libro
  • Ramayan S05E05 - cover

    Ramayan S05E05

    Sarang Bhakre

    • 0
    • 0
    • 0
    हनुमान द्वारा अशोकवाटिका का विध्वंस। मेघनाद हुनमान को बंदी बनाने के लिए रथ पर सवाँर हो निकलता है।
    Ver libro
  • Mahabharat ke Amar Patra Draupadi - cover

    Mahabharat ke Amar Patra Draupadi

    Dr. Vinay

    • 0
    • 0
    • 0
    महाभारत भारतीय संस्कृति का अन्यतम ग्रंथ है. इसे पाँचवा वेद कहा गया है.महाभारत में जिस विराट संस्कृति और धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष के व्यवहार की आधारशिला रखी गई है, उसका वहन करते हैं योगीराज कृष्ण, भीष्म, द्रोण, कौरव, पाण्डव और प्रकृति शक्ति में कुंती, द्रौपदी तथा गांधारी जैसी सती! इनके साथ सांस्कृतिक विकास के आरोह अवरोह में‒सहयोगी होते हैं‒कर्ण, द्रुपद तथा अन्य चरित्र जो सीधे महाभारत के रचना धरातल पर सक्रिय हैं. डॉक्टर विनय ने महाभारत के अमर पात्रों पर जो विलक्षण कथा शृंखला रची है उसी कड़ी में यह उपन्यास है द्रौपदी के विराट और विलक्षण चरित्र पर जो एक तरह से कथा के ठीक केंद्र में है.
    Ver libro
  • Ramayan ke Amar Patra Kaikeyi - cover

    Ramayan ke Amar Patra Kaikeyi

    Dr. Vinay

    • 0
    • 0
    • 0
    'कैकेयी' केकेय देश के राजा अश्वपति और शुभलक्षणा की कन्या एवं कौशलनरेश दशरथ की कनिष्ठ, किंतु अत्यंत प्रिय पत्नी का नाम है. उनके गर्भ से भरत का जन्म हुआ था. जब राजा दशरथ देव दानव युद्ध में देवताओं के सहायतार्थ गए थे, तब कैकेयी भी उनके साथ गई थीं. युद्ध में दशरथ के रथ का धुरा टूट गया, उस समय कैकेयी ने धुरे में अपना हाथ लगाकर रथ को टूटने से बचाया और दशरथ युद्ध करते रहे. युद्ध समाप्त होने पर जब दशरथ को इस बात का पता लगा तो प्रसन्न होकर कैकेयी को दो वर माँगने के लिए कहा. कैकेयी ने मंथरा के बहकावे में आकर राम को वनवास और भारत को राज्याभिषेक मांगा. तदनुसार राम वन को गए पर भरत ने राज्य ग्रहण करना स्वीकार नहीं किया, उन्होंने माता की भर्त्सना की और राम को लौटा लाने के लिए वन गए. उस समय कैकेयी भी उनके साथ गई. यह पुस्तक कैकेयी के जीवन का उपन्यासिक शैली में सुन्दर प्रस्तुतीकरण है।"
    Ver libro
  • Sabse Badi Daulat Chetanashakti (Hindi edition) - cover

    Sabse Badi Daulat Chetanashakti...

    Sirshree

    • 0
    • 0
    • 0
    बेहतरीन जीवन जीने की कला या प्रयास 
    जीने के लिए तो हर कोई जीता है लेकिन एक जीवन ऐसा भी होता है, जो हमें ऊँचाइयों की ओर ले जाता है। एक सात मंज़िली ऊँची बिल्डिंग में पहली मंज़िल पर रहनेवाला इंसान वह नहीं देख पाता, जो सातवीं मंज़िल पर रहनेवाला देख पाता है।  
    समझ (चेतना) के साथ भी ऐसा ही होता है। जैसी हमारी समझ होती है, दुनिया वैसी ही दिखाई देती है। यदि यकीन न हो तो पुस्तक के मुख्यपृष्ठ और इसी पृष्ठ पर ऊपर दिए गए चित्र को गौर से देखें। हर किसी को उसकी चेतना अनुसार चित्र में अलग-अलग आकार और रूप दिखाई देंगे। 
    आगे जैसे-जैसे समझ बढ़ती जाती है, वैसे ही जीवन को देखने का दृष्टिकोण भी बदलते जाता है। इसलिए इस समय आपकी चेतना किसी भी स्तर पर हो, उसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यही प्रयास आपको बेहतर जीवन की ओर ले जाएगा।  
    क्या आप बेहतरीन और सच्चा जीवन जीना चाहते हैं? अगर ‘हाँ’ तो इस पुस्तक में आप चेतना क्या है और चेतनाशक्ति बढ़ाने के तरीके क्या हैं, ये जान लें। ये तरीके रोज़मर्रा के जीवन में आपके काम आऍँगे और आपके जीवन को बेहतर बनाकर, सच्चा सुख देंगे।
    Ver libro